सुपरहीरो

सुपरहीरो

जीवन आपकी परीक्षा लेता है,
लेकिन यह तय करने के लिए,
आपको तीन सेकंड लगते हैं,
कि आप सुपरहीरो हैं,
या नहीं मैं तो हूँ।
Hrithik Roshan

खुशनुमा

खुशनुमा

जब एक सेकंड की,
मुस्कुराहट से फोटो सुंदर,
आ सकती है तो क्या सदा,
मुस्कुराते रहने से जिंदगी,
खुशनुमा नहीं हो सकती |

 उस्तरे से सेव

उस्तरे से सेव

एक नाई ने जो बहुत तेज
धार वाले उस्तरे से सेव
कर रहा था ,ग्राहक से पूछा
-आप कितने भाई है ?
'तुम्हारे उस्तरे से बच गया तो
चार होंगे वरना तीन
ही समझो

#Bk_Shivani_imagemsg

#Bk_Shivani_imagemsg

अपनी सेल्फी निकालना सेकंडो
का काम है,लेकिन
अपनी image बनाने में जिंदगी
निकल जाती है |

Bk Shivani

 जीवन जीने का वो मंत्र जो सिर्फ आपको कोरोना वायरस से ही नहीं बल्कि जीवन जीने और मधुर सम्बन्ध बनाये रखने में भी मदद करेगा |  इसे जरूर अपनाये |

जीवन जीने का वो मंत्र जो सिर्फ आपको कोरोना वायरस से ही नहीं बल्कि जीवन जीने और मधुर सम्बन्ध बनाये रखने में भी मदद करेगा | इसे जरूर अपनाये |

सोल्यूमन आईलैंड के बारे में कहा जाता है कि वहां किसी वृक्ष को खत्म करना हो तो वह उसको काटते नहीं है बल्कि इर्द-गिर्द उसको खड़े होकर कोसते हैं जिससे पेड़ धीरे-धीरे सूख जाता है। इसलिए कहते हैं कि जो हम सोचते हैं, वह सिद्ध होता है। सबसे शक्तिशाली बात है कि हम परमात्मा की उर्जा का अपने चारों तरफ एक सर्कल बनाएं। हम सभी हाथ धो रहे हैं। अच्छी बात है, लेकिन आप कितनी बार भी हाथ धो लो। किसी भी चीज को बार-बार सैनिटाइज कर लो। कितनी बार ही अपने आप को सैनिटाइज कर लो। हमें पता ही नहीं है कि फिर कहां कहां हाथ लग रहा है। इसलिए परमात्मा की शक्तियां परमात्मा की पवित्रता बहुत जरूरी है। हमारे चारों तरफ एक ऊर्जा सर्कल है और संकल्प यह करना है कि इस सर्कल के अंदर कुछ भी प्रवेश नहीं कर सकता। इससे हम स्वयं को परिवार को और देश को ऊर्जावान बनाएंगे। यह जादू है,
यह कोई भी कर सकता है। फिर हम संकल्प करें कि परमात्मा की पवित्रता और शक्तियों का हमारे चारों तरफ एक सर्कल है जिसे आभामंडल कहते हैं। यह मेरा सुरक्षा कवच है। फिर एक संकल्प है। मैं सदा सुरक्षित हूं। सुबह उठते ही फोन देखने से पहले हाथ धोने से पहले किसी से बात करने से पहले हमारा संकल्प यही होना चाहिए। क्योंकि सुबह के पहले के विचार का असर पूरे दिन रहता है। इसलिए हम कहते हैं सुबह सुबह किसका चेहरा देखा। मतलब की सुबह की पहली सोच क्या थी, इसलिए सुबह उठते ही पहले विचार ऐसे होने चाहिए। मैं शांत हूं। मैं पवित्र आत्मा हूं। मेरा शरीर अच्छा है। परमात्मा की उर्जा के सर्कल में मेरा पूरा परिवार सुरक्षित है। 2 मिनट दीजिए और इस सर्कल का मानसिक चित्रण लीजिए। रात को सोने से पहले की आखिरी सोच भी यही होनी चाहिए जो आखिरी सोच होगी ,वह सारी रात काम करती है और सुबह उठते ही हमारी सोच वही बन जाती है यही सोच रात को सोचते-सोचते सो जाइए कि मैं सुरक्षित हूं। इस तरह यह दो समय तो हो गए। दिन में जब भी याद आ जाए, मन ही मन इस मंत्र को दोहराई है। मैं शक्तिशाली हूं। मैं सुरक्षित हूं, स्वस्थ हूं। सब अच्छा चल रहा है। ब्रह्माकुमारी संस्था में हम हर एक घंटे के बाद 1 मिनट के लिए रुकते हैं। उसमें हम इसे दोहराते हैं। सबसे महत्वपूर्ण समय खाने और पीने का है। मतलब हम दिन में तीन चार बार खाना खा ही लेते होंगे और सात आठ बार पानी पी लेते होंगे। 10-12 बार तो यही हो गया खाने और पानी पीने के समय इन्हें दोहराना आज इसलिए जरूरी है क्योंकि इस समय आपके खाने और पानी में भी डर और चिंता की ऊर्जा है, जो संकल्प हम भोजन में और पानी में डालते हैं। उसका हमारे मन पर सीधा असर होता है। कहा भी जाता है जैसा अन्न वैसा मन जैसा पानी वैसी वाणी मतलब मुंह में बिना अपना संकल्प डाले कुछ जाना नहीं चाहिए। अगर यह किसी ने एक हफ्ते तक कर लिया तो 100% भय से दूर होना शुरू हो जाएगा और आप सुरक्षित अनुभव करेंगे। यही इस समय सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर हम इसके साथ में भावनात्मक सुरक्षा को भी जोड़ देंगे तो आप हर तरह से सुरक्षित हो जाएंगे और दुनिया की किस्मत बदल जाएगी। अभी हमें उस वायरस को उकसाना नहीं है कि अभी आप और आने वाले हो, हमें पता है। अभी आप और दो-तीन महीने रहोगे। हमें पता है हमारा बिज़नेस खत्म हो जाएगा बल्कि हमें यह सोचना है कि हमें पता है कि आप खत्म हो चुके हो, हमें पता है। हम सुरक्षित हैं। ऊपर दी गई सोच और संकल्प का विचार सिर्फ इस वायरस के लिए नहीं है। यह आपके जीवन जीने का तरीका बन जाएगा क्योंकि खुशहाल जीवन के लिए और मधुर सम्बन्ध बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है।

Bk Shivani



कोरोना वायरस से बचने का उपाय

कोरोना वायरस से बचने का उपाय


इस महामारी की वजह से बहुत लोगों के काम पर असर पड़ा है। हर जगह यही बता रहे हैं कि जॉब ,बिजनेस, कंपनी सब खतरे में है। ऐसे में यही प्रभावी विचार बनने लगता है | तो मुझे उससे बचने के लिए एक दृढ़ संकल्प बनाना होगा। मेरी नौकरी ,कारोबार सुरक्षित है और सुरक्षित रहेगा। अब हम ऐसा संकल्प इसलिए कर रहे हैं, नहीं तो सारा दिन हम जो सोचते हैं, वही बोलते हैं कि पता नहीं मेरा कल क्या होगा। इस समय मन में ऐसे बहुत सारे ब्लेक सर्कल हैं, जिन्हें white बनाना है। उसके लिए हमें यही संकल्प करना है। मेरा परिवार सुरक्षित है। मेरा देश सुरक्षित है। यह सृष्टि सुरक्षित है। इस समय जो वायरस आया हुआ है, उसका नाम नहीं लेना है। उसके लिए हमें यही संकल्प करना है कि जो चीज आई है, इस समय वह समाप्त हो चुकी है। नहीं तो हम सारा दिन यही सोच रहे हैं कि देश में कितने संक्रमित होंगे कितने लोग मरेंगे? आंकड़े इकट्ठा करना हमारा काम नहीं है। आप अपने मन को कोई तारीख नहीं दे कि वह जून तक में जाएगी या साल के अंत में हमें यह संकल्प करना है कि वह जा चुकी है क्योंकि संकल्प से सिद्धि मिलती है। और सब से यही संकल्प करवाना है।
जब हम जीवन में दृढ़ संकल्प का इस्तेमाल करते हैं तो उसमें ध्यान रखना है कि कोई भी नेगेटिव शब्द न हो। इस समय हमारा दृढ़ संकल्प होगा। मैं पूर्णतया स्वस्थ हूं। अगर किसी को छोटी मोटी बीमारी है या वायरस से संक्रमित है तो उनको यह विचार बनाना है। मेरा शरीर परफेक्ट है और हेल्दी है क्योंकि इस समय हम स्वस्थ रहना चाहते हैं। डर खत्म करना है तो हमें यह सोचना है कि मैं निडर हूं।
मुझे आत्मविश्वास है। मन की स्थिति के लिए संकल्प करना है कि मैं खुश हूं। मुझे अभी यही संकल्प करना है क्योंकि वातावरण में चिंता है। यह ब्लेक सर्कल है जिसे खत्म करने का एक ही रास्ता है। उस पर white सर्कल बनाना एक ब्लेक सर्कल खत्म करने के लिए 5 से 10 white सर्कल बनाने होंगे। अगर जीवन में तनाव है तो हम यह संकल्प करेंगे कि मैं शांत आत्मा हूं। कमजोर महसूस कर रहे हैं तो संकल्प करेंगे कि मैं शक्तिशाली आत्मा हूं, यदि खुद को किसी भी संक्रमण से बचाना है तो संकल्प करना है मैं पवित्र आत्मा हूं। मेरे अंदर ये बिमारी आ ही नहीं सकती है। शरीर के लिए संकल्प करें कि मेरा शरीर निरोगी है और ऐसा ही रहेगा।


Bk Shivani

पॉजिटिव इनफार्मेशन

पॉजिटिव इनफार्मेशन

कोरोना वायरस से अपने मन को बचाने के तरीके -
1 . संकट की इस स्तिथि में हमे हमारी सोच को सही करना होगा
क्योंकि जैसी हमारी सोच होगी वैसा ही हमारे आस पास का माहौल होगा |
2 . मै ऊर्जावान हूँ ,तो इससे आपके प्रकम्पन बदल जायेंगे ,
फिर आपके संकल्प बदलेंगे | और आप अच्छा फील करेंगे |
3 .संकट मै ताकतवर होना ही नॉर्मल है , रोज़ इसे दोहराये |
4 .इस समय निर्भय ,निडर होना ,ये मेरी जिम्मेदारी है
और मै इसके लिए तैयार हूँ
5 .अपनी सावधानी की सूची में थिंक राइट को सबसे ऊपर रखना है
6 .मुझे अपने मन का ध्यान रखना है ,ताकि मेरे डर की वजह से किसी
और के अंदर भय उत्पन्न न हो जाये |
7 . हमे अब पॉजिटिव इनफार्मेशन का डोज़ लेना चाहिए,
ये सूचना हमे हेल्थी बना सकती है|
8 . डर हमारे इम्युनिटी सिस्टम को प्रभावित करता है
इसलिए सही सोचे |
9 . कोरोना वायरस के इस दौर मे हमे ध्यान रखने की जानकारी लेनी है
न की इससे होने वाले नुकसान की |
10 . क्वारंटाइन मन के अंदर भी होना चाहिए कि मेरे डर की वजह से किसी
के अंदर डर उत्पन्न नहीं होना चाहिए |
11 .कोरोना वायरस से बचने के लिए जिस तरह हम अपने हाथ बार-बार धोते है ,
और अपना ध्यान रखते हे ,उसी प्रकार हमे अपने मन को भी सुन्दर विचारो की
मदद से साफ़ रखना हे |
12 .यदि आपके अंदर धैर्य है तो,निश्चित ही आप जिंदगी के ,कठिन से कठिन,
हर फैसले का ,सही निर्णय कर सकते है |
ॐ शांति
Bk Shivani

सिलसिले

सिलसिले

जब तुम काम के सिलसिले में बाहर चले जाते हो तो,
मुझे हमेशा घबराहट होती रहती है पत्नी ने अपने,
सेल्समैन पति से शिकायत करते हुए कहा,
पति- घबराओ नहीं प्रिये मैं इतनी जल्दी,
वापस आऊंगा कि तुमको पता भी नहीं चलेगा,
पत्नी- तुम्हारी यही हरकत तो मेरी,
घबराहट का असल कारण है |

जन्नत

जन्नत

तुम्हारी बाँहों में आकर हमें जन्नत मिल गयी सारी,
खुदा से बोल दूँ की अपनी जन्नत अपने पास ही रखे

Happy Hug Day

सीने से

सीने से

मौका भी है मौसम भी,
हुस्न तेरा बेताब भी है,
आ करीब सीने से लगा ले,
गले मिल सारे गम भुला ले |

Happy Hug Day

हग डे

हग डे

आज 12 Feb हग डे है,
तो कायदे से कल 13 Feb,
हेन्ड वॉस डे होना चाहिये,
बचपन से तेज दिमाग है,
पर कभी घमंड नहीं करता…

Happy Hug Day

छुपके से दीदार कर बैठा,

छुपके से दीदार कर बैठा,

कसूर तो था ही इन,
निगाहों का,
जो छुपके से दीदार कर बैठा,
हमने तो ख़ामोश,
रहने की ठानी थी,
पर बेवफ़ा ये जुबान इजहार कर बैठा |
happy propse day

  तेरी अदाओं से प्यार है,

तेरी अदाओं से प्यार है,

तेरी अदाओं से प्यार है,
तेरी निगाहों से प्यार है,
तेरे होने से होती है ज़िंदगी में खुशी,
इतना तेरे एहसास से प्यार हैं |
Happy Propose Day

तेरी निगाहों से प्यार,

तेरी निगाहों से प्यार,

तेरी अदाओं से प्यार है,
तेरी निगाहों से प्यार है,
तेरे होने से होती है,
ज़िंदगी में खुशी,
इतना तेरे एहसास से,
प्यार हैं |
Happy Propose Day

ज्योत से ज्योत

ज्योत से ज्योत

ज्योत से ज्योत जलाते चलो,
प्यार की गंगा बहाते चलो,
राह में आये जो भी दीं दुखी ,
सभी को गले से लगाते चलो |

अभ्यास से

अभ्यास से

मन अशांत है ,
और उसे नियंत्रित करना कठिन है ,
लेकिन अभ्यास से इसे वश में ,
किया जा सकता है I
Shrimad Bhagwad Gita

किसी से जुदा होना अगर,

किसी से जुदा होना अगर,

किसी से जुदा होना अगर,
इतना आसान होता,
तो जिस्म से रूह को लेने,
कभी भी फ़रिश्ते ना आते।

कर्मों से

कर्मों से

अच्छे कर्मों से ही आप,
ईश्वर को पा सकते हैं,
अच्छे कर्म करने वालों की,
ही ईश्वर मदद करता है I

Guru Gobind Singh

अल्लाह से है  दुआ हमारी |

अल्लाह से है दुआ हमारी |

|चाँद से रोशन हो रमजान तुम्हारा,
इबादत से भरा हो रोज़ा तुम्हारा,
हर रोज़ा और नमाज़ कबूल हो तुम्हारी,
यही अल्लाह से है दुआ हमारी |

सीधा गले से लगा लूं,

सीधा गले से लगा लूं,

रमजान में ना मिल सके,
ईद में नज़रें ही मिला लूं,
हाथ मिलाने से क्या होगा,
सीधा गले से लगा लूं,
ईद मुबारक |

उदारीकरण से प्यार

उदारीकरण से प्यार

पश्चिमी दुनिया के लोग उदारीकरण से प्यार करते है
उन्हें किसी भी तरह की कोई लालसा प्रभावित नहीं कर सकती है।

विचारों से निर्मित प्राणी I

विचारों से निर्मित प्राणी I

व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है.I

चाँद से बेहतर

चाँद से बेहतर

आसमान हमसे अब नाराज है,
तारों का गुस्सा बेहिसाब हैं,
वो सब हमसे जलते है क्योंकि,
चाँद से बेहतर दोस्त हमारे पास हैं।

 आप मुस्कुराएँ

आप मुस्कुराएँ

एक दुआ माँगते है हम अपने भगवान से,
चाहते है आपकी खुशी पूरे ईमान से,
सब हसरतें पूरी हो आपकी
और आप मुस्कुराएँ दिलो ❤️ जान से…
🎂Happy Birthday🎂

वो पहले से मूर्ख थे...

वो पहले से मूर्ख थे...

मैं जिन अरबपतियों को जानता हूँ, पैसा बस उनके अन्दर बुनियादी लक्षण लाता है.अगर वो पहले से मूर्ख थे तो अब वो अरबों डौलर के साथ मूर्ख हैं.

खुद से प्यार

खुद से प्यार

'खुश रहना हो तो अपनी
फितरत में एक बात शुमार कर लो,
ना मिले कोई अपने जैसा तो
खुद से प्यार कर लो।

फिर से तेरे क़रीब

फिर से तेरे क़रीब

सुना है आजकल तेरी मुस्कुराहट गायब हो गयी है,

तू कहे तो फिर से तेरे क़रीब आ जाऊँ.